समंदर में बनाए गए प्राचीन शहर!!!
समंदर में मिला रहस्यमयी शहर !
इस रहस्यमयी दुनिया में कई चमत्कार हुए है और होते रहेते है , हमारी धरती पर कई अजीबोगरीब और सुन्दर संरचनाए कुदरत द्वारा बनाई गई है | इस धरती का थोडा सा हिस्सा जिस पर हम लोग रह रहे है , उसमे तो चमत्कार होते है पर बाकि बचे भाग में भी कई चमत्कार होते है | आज हम एक नए विषय पर जानेंगे की जो समंदर में पायी गई संरचनाए है |इन्सान ने धरती पर तो बहुत कुछ बनाकर खड़ा कर दिया है पर आप जानते है की बिना ओक्सीजन के इन्सान पानी में कितनी देर रहे सकेगा ? और अगर रहे गया तो कितनी देर जी सकेगा ? सोचिये की प्राचीन समय के लोग समंदर से जुड़े हुए थे , पर उन्होंने पानी के अन्दर कैसे इतनी बड़ी संरचनाए बनाली जबकि इन्सान ओक्सीजन के बिना रहे नहीं सकता ? तो आइए जानते है एसी ही एक प्राचीन जगह की जो समंदर के अन्दर है, और वो किसने बनाई है और क्यों बनाई है वो आजतक कोई नहीं जान सका ?
↠जापान का योनागुनी तट :-
जापान में योनागुनी के तट पर ऐसी संरचनाए मिली है , जो किसी पुराने शहर का अवशेष लगती है | हालांकि विशेषज्ञ इस बारे में एकराय नहीं है ? कुछ लोगो का मानना है की ये कुदरती संरचनाए है और अपनेआप बनी है , जबकी कुछ का मानना है की इन्हें इंसानों से इतर किसी अन्य सभ्यता ने बनाया है |
योनागुनी द्वीप के तट के बहार जापान के र्युकू द्वीप का सबसे दक्षिणी भाग है |
↠योनागुनी स्मारक :-
यह 1980 के दशक में स्थानीय गोताखोर द्वारा खोजा गया था | जो 90 डिग्री कोंणो, सीधे दीवारों, कदम, स्तंभों और चट्टानों में एक मानवीय चहेरे के रूप में प्रकट होनेवाले विशाल आयातकार संरचनाओ से दंग रह गए थे |
जल्द ही मासा की किमुरा के नेतृत्व में वेज्ञानीओ की एक टीमने पानी के निचे जी संरचना का दौरा किया और निष्कर्ष निकाला की उसे मानव निर्मित होना चाहिए था | एकमात्र तार्किक व्याख्या यह है की संरचना उस समय बनाई गई थी जब साईट समुद्र के स्तर से ऊपर थी , जो दस हजार साल बिसी थी और नवीनतम निष्कर्षो के अनुसार लगभग 3,000 से 2,000 साल पहेले जब भूकंप से डूब गया था | बहरहाल सभी को यह अाश्वत नहीं है की योनागुनी स्मारक मानव हाथों द्वारा बनाया गया था |
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